tag:blogger.com,1999:blog-42489864216890000.post5451553358531952005..comments2023-10-08T17:45:32.963+05:30Comments on दिलीप के दिल से: मन तरपत हरि दर्शन को आज..दिलीप कवठेकरhttp://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-42489864216890000.post-52898178124702773282008-09-03T14:48:00.000+05:302008-09-03T14:48:00.000+05:30राग मालकौंस पर आधारित यह भजन दिल को छू जाता है। रफ...राग मालकौंस पर आधारित यह भजन दिल को छू जाता है। <BR/>रफी साहब, नौशाद साहब और कलाकारों ने बड़ी मेहनत की। रफी साहब तो जैसे मानो उन लल्लू भाई की तरह कैफ़ियत में डूब कर इस गीत को गा रहे हों, तभी इतना बढ़िया गीत बन पाया। <BR/>फिलहाल तो मैं सुनते सुनते झूम रहा हूँ। <BR/>धन्यवाद दिलीप साहब।सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.com